Kanpur: बिकरूकांड गैंगस्टर विकास दुबे प्रकरण में तत्कालीन SSP Anant Dev को क्लीन चिट
Kanpur बिकरूकांड गैंगस्टर विकास दुबे प्रकरण में तत्कालीन कानपुर SSP Anant Dev को क्लीन चिट मिल गई है। मालूम हो कि SIT जांच रिपोर्ट के बाद 12 नवंबर 2020 को निलंबित किया गया था। निलंबन के साथ IPS नीलाब्जा चौधरी को जांच सौपी गयी थी। जांच में अनंतदेव को अब क्लीन चिट मिल गई है। वहीं, विकास दुबे के फाइनेंसर जय बाजपेयी को हाईकोर्ट से झटका मिला। हत्या, डकैती जैसे 14 आपराधिक मामलों में हाईकोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया।
बिकरू कांड घटना से कुछ समय पहले ही अनंतदेव कानपुर के कप्तान यानि एसएसपी पद पर तैनात थे। घटना से कुछ दिन पहले ही डीआईजी बनने के बाद उन्हें कानपुर नगर से हटाकर एसटीएफ में तैनाती दी गई थी।
घटना के बाद सोशल मीडिया पर विकास दुबे और उसके खजांची जय बाजपेयी के साथ कुछ फोटो और ऑडियो वायरल हुए थे। इसे लेकरअपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी की जांच रिपोर्ट के बाद अनंत देव को 12 नवंबर, 2020 को निलंबित कर दिया गया था। इस बीच अनंतदेव विवादों में बने रहे। वहीं, अक्टूबर 2022 को सरकार ने उन्हें बहाल कर दिया था। अब जांच के बाद आईपीएस अनंत देव को क्लीन चिट मिल गई है।
कुख्यात विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। मालूम हो कि जय कांत वाजपेयी, बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे का सहयोगी है। इलहाबाद हाईकोर्च ने जय कांत वाजपेयी की जमानत अर्जी की खारिज कर दी है। हाईकोर्ट ने हत्या, डकैती जैसे 14 आपराधिक मामलों में जमानत देने से इंकार कर दिया। मालूम हो कि जय कांत विकास दुबे का पैसा इनवेस्ट करने और फंड देता ता। पुलिस का कहना है कि घटना के बाद विकास को भागने के लिए गाडी भी मुहैया कराई थी।