Afghanistan and India को निशाना बनाने वाले कई आतंकी समूह Pakistan से काम कर रहे: US State Department
US State Department ने आतंकवाद पर एक रिपोर्ट जारी की है जिसने पाकिस्तान की पोल खोल दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने भारत विरोधी आतंकवादी समूहों पर लगाम लगाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं लेकिन Afghanistan and India को निशाना बनाने वाले कई आतंकी समूह उसकी धरती से काम कर रहे हैं।आतंकवाद को बढ़ावा देने को लेकर पाकिस्तान को दुनियाभर में संदेह की नजर से देखा जाता है।
यूएस कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020 का कहना है कि #Pakistan ने जैश ए मुहम्मद के मसूद अजहर और लश्कर ए तैयबा के साजिद मीर जैसे पाकिस्तान में रहने वाले आतंकवादी नेताओं पर मुकदमा चलाने के लिए अपने घरेलू अधिकारियों के तहत कदम नहीं उठाए, जो 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड है। pic.twitter.com/e6nMP6VOsF
— News & Features Network (@mzn_news) December 16, 2021
रिपोर्ट में कहा गया है कि जैश के मसूद अजहर और 26/11 के आरोपी साजिद मीर उसके देश में खुले घूमते रहते हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से ‘कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म 2020: इंडिया’ में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की तारीफ करते हुए कहा गया है कि आतंकी खतरों को रोकने में भारतीय सुरक्षा एजेंसियां काफी प्रभावशाली हैं। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आतंकी संगठन ISIS से जुड़े भारतीय मूल के 66 लड़ाके थे।
Pakistan ने आतंकवाद से लड़ने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पाकिस्तान ने खूंखार आतंकी संगठनों जैसे मुंबई आतंकी हमले 2008 के मास्टरमाइंड JeM के मसूद अजहर व लश्कर ए तैयबा के संस्थापक साजिद मीर के खिलाफ कोई भी कदम नहीं उठाया।’
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई आतंकवादी संगठन पाकिस्तान की धरती से संचालित किये जा रहे हैं। जिसमें, खासतौर से भारत के खिलाफ काम करने वाले Lashkar, Jaish-e-Mohammed, Hizbul Mujahideen, ISIS, Al-Qaeda जैसे आतंकवादी संगठन शामिल हैं।
अमेरिकी रिपोर्ट में अफगान शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान के योगदान को स्वीकार किया है। इसके अलावा रिपोर्ट में जम्मू-कश्मीर और माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में उग्रवाद गतिविधियों को स्वीकार किया गया है। कहा गया है कि भारत के पास हिंसक उग्रवाद का मुकाबला करने के लिए कोई वैचारिक नीति नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जहां लश्कर, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन, आईएसआईएस, अल-कायदा भारतीय उपमहाद्वीप में सक्रिय हैं तो वही जमात-उल-मुजाहिदीन भारत में प्रमुख आतंकी समूहों के रूप में सक्रिय है।