नगर पालिका में सफाई कर्मचारियों का हंगामा, करीब 2 साल से नहीं मिला वेतन, दी आत्मदाह की चेतावनी
मुजफ्फरनगर। शहर की सफाई व्यवस्था के लिए प्राइवेट कम्पनी को नगरपालिका परिषद् द्वारा दिये गये ठेके के बाद कम्पनी की ओर से सफाई कार्य के लिए रखे गये सैंकड़ों कर्मचारियों को करीब तीन साल बाद भी वेतन का भुगतान नहीं होने पर आज इन कर्मचारियों ने टाउनहाल पहुंचकर पालिका ईओ का उनके कार्यालय में घेराव करते हुए जमकर हंगामा और प्रदर्शन किया।
इन कर्मचारियों में ज्यादातर महिलाएं शामिल रहीं। भुगतान नहीं मिलने पर इन लोगों ने आत्मदाह करने की चेतावनी भी पालिका प्रशासन को दी। कर्मचारियों ने ईओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए करीब घंटों तक हंगामा किया। इसको देखते हुए पुलिस को भी बुला लिया गया था। मौके पर महिला पुलिस बल भी तैनात रहा।
ईओ ने इन कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि उनका मामला शासन को भेजा गया है, वहां से आदेश होने के बाद ही भुगतान किया जायेगा।
बता दें कि शहर में एटूजेड इनफ्रास्टक्चर कम्पनी के द्वारा सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बन्द कर देने के बाद शहर की सफाई व्यवस्था ठप हो चुकी थी।
इसके बाद शहरी सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए पालिका प्रशासन की ओर से साल २०१९ में गाजियाबाद की प्राइवेट कम्पनी आरके इन्फ्रास्टक्चर को ठेका दिया था। कम्पनी के मैनेजर द्वारा शहर में बाजारों में सफाई कार्य के लिए ठेके पर सैंकड़ों कर्मचारियों की भर्ती की। इन कर्मचारियों के द्वारा करीब तीन माह तक कम्पनी के साथ हुए अनुबंध के आधार पर सफाई कार्य किया, लेकिन इसके बाद कम्पनी यहां से भाग गयी थी। इन कर्मचारियों का तीन माह का वेतन भी कम्पनी द्वारा नहीं दिया गया।
इसके बाद से ही इन कर्मचारियों के द्वारा लगातार प्रदर्शन करते हुए पालिका प्रशासन से भुगतान मांगा जा रहा है। वहीं पालिका प्रशासन द्वारा तकनीकी तौर पर इन कर्मचारियों से कोई अनुबंध नहीं होने के कारण भुगतान करने में असमर्थता व्यक्त की जा रही है। बुधवार को गुरू नामक युवक के साथ आये इन कर्मचारियों ने टाउनहाल में जमकर हंगामा किया।
इनके साथ सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष चमनलाल ढिंगान ने पालिका में ईओ हेमराज सिंह से मुलाकात करते हुए वार्ता कराई। इस दौरान इन कर्मचारियों ने ईओ का घेराव करते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। भारी संख्या में महिलाएं इस प्रदर्शन का हिस्सा रहीं, इसको देखते हुए पुलिस को सूचना दी गयी और महिला पुलिस कर्मियों के साथ ही भारी पुलिस फोर्स ने टाउनहाल में ईओ कार्यालय को घेर लिया।
चमनलाल ढिंगान ने ईओ से कहा कि जब पालिका इनको अपना कर्मचारी या कोई सम्बंध नहीं मानती तो कम्पनी के साथ कार्य करने के लिए पालिका प्रशासन की ओर से इन कर्मचारियों को सफाई उपकरण अपने स्तर से क्यों उपलब्ध कराये गये थे। ईओ द्वारा भुगतान नहीं करने की बात कही गयी तो कर्मचारियों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
जिससे वहां पर तनाव सा बन गया था। गुरू के साथ कई महिलाओं ने आत्मदाह करने की चेतावनी भी दी। करीब साढ़े तीन घंटे तक ईओ का घेराव और प्रदर्शन चलता रहा। ईओ हेमराज सिंह ने बताया कि तकनीकी खामी के कारण इन कर्मचारियों का भुगतान करने में समस्या पैदा हो रही थी। इसके लिए विधिक अभिमत प्राप्त करने के बाद ६ जुलाई को सम्पन्न बोर्ड बैठक में भुगतान सम्बंधी प्रस्ताव लाया गया।
इस प्रस्ताव पर बोर्ड ने अपनी सहमति व्यक्त की है। प्रस्ताव के अनुसार कम्पनी के साथ कार्य करने वाले कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करने के लिए शासन का आदेश प्राप्त करने के लिए शासन में पत्र भेजा गया है। शासन के आदेश के आने के बाद इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जायेगा। ईओ के साथ लगातार बहस और नोकझोंक के बाद कर्मचारी उनके आश्वासन पर आश्वस्त होकर वापस लौट गये।