पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1409 नए मामले, देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 21,393
पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1409 नए मामले सामने आए हैं, इस तरह देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 21,393 हो गई है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कहा है कि भारत में पिछले 30 दिनों में टेस्टिंग 33 गुना बढ़ी है और देश में कोरोना से स्थिति बहुत ज्यादा नहीं बिगड़ी है।
At various centres, we've started using convalescent plasma that is the blood of #COVID19 patients who have recovered. A large number of patients who have become alright have come forward & volunteered to donate their blood: Delhi AIIMS Director Randeep Guleria pic.twitter.com/DXkqtjBvIO
— ANI (@ANI) April 23, 2020
आईसीएमआर के निदेशक डॉ. सीके मिश्रा ने कहा कि आज लॉकडाउन को एक महीना पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि हमने टेस्टिंग को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया। साथ ही टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाने की कोशिश हो रही है।
पिछले 30 दिनों के लॉकडाउन में, हमने ट्रांसमिशन में कटौती करने, प्रसार को कम करने, अपने परीक्षण में लगातार वृद्धि करने और भविष्य के लिए खुद को तैयार करने के लिए इस समय का उपयोग करने के लिए सक्षम किया है: सीके मिश्रा, पर्यावरण सचिव और अध्यक्ष, अधिकार प्राप्त समूह
In last 30 days of lockdown, we have been able to cut transmission, minimise spread, consistently ramp up our testing & utilize this time to prepare ourselves for future: CK Mishra,Environment Secretary&Chairman,Empowered Group-2 #COVID19 pic.twitter.com/hY7bpNu8TL
— ANI (@ANI) April 23, 2020
मिश्रा ने कहा कि हम लगातार लॉकडाउन के दौरान संक्रमण फैलने से रोकने की कोशिश में जुटे हुए हैं। हम जानते हैं कि जितना किया जा रहा है वो पर्याप्त नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी तक कोविड-19 के पांच लाख से अधिक टेस्ट हो चुके हैं।
निदेशक ने बताया कि 30 दिन में टेस्टिंग की रफ्तार 33 गुना बढ़ी है। फिलहाल भारत में कोरोना से स्थिति बहुत ज्यादा नहीं बिगड़ी है। वर्तमान में भारत में पांच लाख टेस्ट किए गए हैं, जिनसे 20 हजार के करीब मरीज सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ, अमेरिका में पांच लाख टेस्ट पर 88 हजार मरीज मिले हैं।
#WATCH: It is very difficult to tell that peak will arrive by 3rd May or when it will come. But it is very stable. Positivity rate has been 4.5% throughout, one can say we have been able to flatten the curve. However, difficult to predict it(peak): Dr Balram Bhargava, DG, ICMR pic.twitter.com/DyyAUvMxJn
— ANI (@ANI) April 23, 2020
आईसीएमआर के निदेशक ने कहा कि टेस्टिंग की हमारी रणनीति सही प्रकार से काम कर रही है। हम हर दिन सीख रहे हैं और उसके अनुसार अपनी रणनीति में परिवर्तन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा पहला लक्ष्य है कि लोगों को अस्पताल न आना पड़े।
मिश्रा ने कहा कि देश में कोविड-19 अस्पतालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अभी तक कुल 1,94,026 आइसोलेशन बेड तैयार हैं। साथ ही कुल 24,644 आईसीयू बेड भी तैयार है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में आइसोलेशन बेड की संख्या 3.6 फीसदी बढ़ी। साथ ही देश में कोविड-19 टेस्ट के लिए 325 लैब मौजूद है। मिश्रा ने कहा कि पूरी दुनिया में मेडिकल सामग्री की कमी है। इसलिए सप्लाई चेन को तैयार किया जा रहा है।
बता दें कि देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। लॉकडाउन 2.0 के आठ दिनों में संक्रमित मरीज दोगुना हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 21,393 हो गई है, जिसमें 16,454 सक्रिय हैं, 4258 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 681 लोगों की मौत हो गई है।