France में बैन हुआ E-स्कूटर, मांग मनवाने के लिए मतदान करवाया
France पेरिस में ई-स्कूटर्स को पेरिस की सड़कों से हटाने के लिए अप्रैल से ही विरोध प्रदर्शन हो रहे थे. क्योंकि पैदल चलने वालों को काफी दिक्कतें होती थीं. लोगों ने अपनी मांग मनवाने के लिए मतदान करवाया, जिसमें स्कूटरों को पेरिस से हटाने के मुद्दे पर भारी बहुमत मिला.
AFP की रिपोर्ट के अनुसार, पांच साल से चल रहे इलेक्ट्रिक स्कूटरों के कारण सड़कों पर होने वाली दु्र्घटनाएं बढ़ी हैं. शहर के फुटपाथों और चौराहों पर बेतरतीब पार्किंग के कारण पैदल चलने वालों को काफी दिक्कतें होती हैं. पेरिस की मेयर ऐनी हिडाल्गो ने खुद स्कूटरों के खिलाफ अभियान चलाया था और कहा था कि इन्हें हटाने से ‘ट्रैफिक’ कम होगा. स्कूटर का इस्तेमाल करने वाले अनास एलौला ने कहा, ‘पेरिस में ट्रैफिक जाम की स्थिति ऐसी है कि स्कूटर से ज्यादा बस या सार्वजनिक परिवहन लेना सुरक्षित है.’
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इन स्कूटरों को चालाने के लिए सख्त नियम थे, अगर उसके मुताबिक नहीं इस्तेमाल हुई तो भारी भरकम फाइन भी लगाए जाते थे. इसके बावजूद भी राइडर्स नियमों का पालन नहीं कर रहे थे. वो 27 किलोमीटर तक की स्पीड पर चलते थे, जो कि ई-स्कूटर के लिए काफी ज्यादा स्पीड है. वहीं, कई राइडर्स अपनी सेफ्टी के लिए हेलमेट भी नहीं पहनते थे. वहीं इसे 12 साल तक के बच्चे भी लीगली बुक कर सकते थे. नियम के अनुसार, राइडर्स के लिए ऐसे कपड़े पहनना जरुरी था जिनकी विज़िबिलिटी अच्छी हो. ट्रैफिक से उल्टी दिशा में राइड करने पर 135 यूरो यानी करीब 12 हजार रुपये का फाइन था. स्पीड लिमिट का पालन नहीं करने पर 1500 यूरो यानी करीब 1.3 लाख रुपये का फाइन था.
अब E- स्कूटर्स बनाने वाली कंपनियां- लाइम, टियर और डॉट्स धीरे-धीरे अपनी 15,000 स्कूटरों को सड़कों से हटा रहे हैं, मरम्मत और रखरखाव के काम के बाद उन्हें यूरोप और अन्य शहरों में भेजने की योजना बना रहे हैं. कैलिफोर्निया की कंपनी अपने स्कूटर उत्तरी फ्रांस के लिली, लंदन, कोपेनहेगन और कई जर्मन शहरों में भेजेगी, जबकि डॉट्स बेल्जियम और तेल अवीव में जाएगी.