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Health Care: बदलते मौसम में सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी

मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News)जून में गर्मी अपने पूरे तेवर में है। लगातार सातवें दिन मंगलवार को भी सूर्यदेव आग बरसाते रहे। गर्मी से लोग बिलबिला उठे। मौसम विभाग की मानें तो आगामी दो-तीन दिन तापमान में कमी के कोई आसार नहीं हैं। इस बीच लगातार वातावरण शुष्क होता जा रहा है।

रेगिस्तान से तपकर आ रही हवाओं ने वातावरण में नमी का स्तर अत्यधिक घटा दिया है। वहीं प्रसिद्ध चिकित्सक बताते हैं कि मौसम में बदलाव से वायरल इंफेक्शन का खतरा रहता है। बुखार, गले में खराश होना आम बात है। इंफेक्शन से बचने के लिए ठंडा पानी न पिएं, आइसक्रीम या बेमौसम के फल न खाएं। ऐसे मौसम में केवल मौसमी चीजों का ही सेवन करना उचित रहता है।

९ और १० जून को गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी के आसार

नमी का अधिकतम और न्यूनतम स्तर क्रमशः २६ और १६ प्रतिशत रहा। इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि धूप में निकले इंसान का क्या हाल होगा। कामकाज के लिए घर से बाहर निकले लोगों के हलक कुछ ही देर में सूख रहे हैं। राहत पाने के लिए लोग शीतल पेय का सहारा ले रहे हैं।

छोटे बच्चों के साथ ही बसों और ट्रेनों में सफर कष्टकारी साबित हो रहा है। मौसम विभाग ने ९ और १० जून को गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी के आसार जताए हैं। लेकिन मौसम में यह बदलाव अस्थायी होगा। ऐसे में गर्मी से राहत कुछ समय के लिए ही मिलेगी।

गर्मी में स्वास्थ्य का रखें ध्यान

अप्रैल, मई और अब जून माह में गर्मी कम होने का नाम ही नहीं ले रही। जून के अंतिम सप्ताह में मानसून आने की उम्मीद हैं लेकिन तब तक शरीर के तापमान को सामान्य रखने के लिए सतर्कता बरतनी होगी।

मौसम में बदलाव से वायरल इंफेक्शन का खतरा

प्रसिद्ध चिकित्सक बताते हैं कि मौसम में बदलाव से वायरल इंफेक्शन का खतरा रहता है। बुखार, गले में खराश होना आम बात है। इंफेक्शन से बचने के लिए ठंडा पानी न पिएं, आइसक्रीम या बेमौसम के फल न खाएं। ऐसे मौसम में केवल मौसमी चीजों का ही सेवन करना उचित रहता है। गुनगुने पानी का सेवन करें। साथ ही सुबह-सुबह गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने से गले की खराश से राहत मिलती है। बताया कि रोजाना नहाएं, बाथरूम और टायलेट साफ रखें, खांसते और छींकते समय मुंह पर रूमाल रखें। इसके साथ ही ठंडे खाद्य पदार्थों का प्रयोग कम करने की सलाह दी है।

छाछ और लस्सी है स्वास्थ्यवर्धक

डायटिशियन की सलाह है कि गर्मी के दिनों में छाछ और लस्सी गर्मी में स्वास्थ्यवर्धक होती है। इसके साथ ही खीरे में पानी की मात्रा और पोषक तत्व अधिक होते हैं। गर्मी में बैचेनी महसूस होने पर खीरे के रस का प्रयोग भी किया जा सकता है। इसके साथ ही गर्मी में नींबू और चाय की जुगलबंदी से भी गर्मी को मात दी जा सकती है।

गर्मी में चाय पीने से पेट संबंधी काफी समस्याएं हो सकती हैं, गर्मी के मौसम में लेमन आइस टी बेहतर विकल्प है लेमन आइस टी विटामिन-सी और शरीर को ठंडक देता है। इसके साथ ही लू से बचने के लिए तरबूज का प्रयोग करें, इसके रस से एसिडिटी खत्म होती है।

नारियल पानी रक्तचाप को नियंत्रित करेगा और इसमें विटामिन-सी, पौटेशियम, मैग्नीशियम और पोषक तत्व होते हैं। इसके साथ ही खरबूजा और गन्ने का रस भी गर्मी में लाभदायक है और पेट को ठंडक पहुंचाते हैं। नींबू पानी गर्मी का टॉनिक माना गया है। पेट खराब, पेट फूलना, कब्ज, दस्त होने पर नीबू के रस में थोड़ी-सी अजवाइन, जीरा, हींग, काली मिर्च और नमक मिलाकर पीने से काफी राहत मिलती है।

 

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