डर गए प्रस्तावक: 26 साल से धरना दे रहे Master Vijay Singh नहीं लड़ पाएंगे चुनाव
Master Vijay Singh गोरखपुर (Gorakhpur) में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के खिलाफ विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) लड़ना चाहते थे. लेकिन, वह नामांकन पत्र ही दाखिल नहीं कर पाए. विजय सिंह पिछले 26 साल से भ्रष्टाचार के खिलाफ धरना दे रहे हैं. वो पश्चिम उत्तर प्रदेश के शामली जिले के रहने वाले हैं.
Master Vijay Singh पश्चिम उत्तर प्रदेश के शामली जिले में चौसाना की चार हजार बीघा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने को लेकर 26 सालसे धरना दे रहे हैं. अब यह दुनिया का सबसे लंबा धरना बन गया है. उन्होंने बीजेपी की ओर से योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर शहर सीट से उम्मीदवार बनाए जाने के साथ ही उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. मास्टर विजय सिंह गोरखपुर से सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने नामांकन दाखिल नहीं कर सके. प्रस्तावक नहीं मिलने के कारण वह नामांकन से वंचित रह गए.
नहीं मिले प्रस्तावक-Master Vijay Singh
Master Vijay Singh ने 3 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. उनका कहना था कि सीएम योगी की ओर से कराई गई जांच में अवैध कब्जा साबित होने के बावजूद भूमाफिया पर कार्रवाई न होने से वह आहत हैं. इसी वजह से गोरखपुर शहर सीट से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. चुनाव लड़ने के लिए वह गोरखपुर पहुंच गए थे. उन्होंने बताया कि नामांकन के लिए उन्हें प्रस्तावक नहीं मिले हैं. जिन्हें तैयार किया था, वह डर गए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. यह बीजेपी की परंपरागत सीट है. वो इस सीट से पिछले 32 साल से नहीं हारी है. योगी के खिलाफ सपा ने सुभावति शुक्ल को उम्मीदवार बनाया है.
आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने योगी के खिलाफ पर्चा दाखिल किया है. बसपा ने ख्वाजा समशुद्दीन को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने अभी तक अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है.