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श्री रवींद्र जायसवाल (द्वारिकाधीश डिवाइनमार्ट,वृंदावन) इस सेक्शन के वरिष्ठ सामग्री संपादक और वास्तु विशेषज्ञ हैं। वह धार्मिक और ज्योतिष संबंधी विषयों पर लिखते हैं।

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Dharm: माता महाकाली (Mahakali) से जुड़े अद्भुत रहस्य?

Mahakali:10 महाविद्याओ में माँ काली की साधन को साधक अधिक महत्वता देते है क्योकि माँ काली ही एक ऐसी देवी है जो अति शीघ्र अपने भक्तो से प्रसन्न हो जाती है. यदि साधना सही प्रकार से सम्पन्न की जाए माता के आशीर्वाद से साधक अष्टसिद्धियों को प्राप्त कर सकता है. माँ काली की साधना के लिए किसी के निर्देशों अथवा किसी उच्च कोटि के साधक की आवश्यकता अनिवार्य अन्यथा चूक होने पर साधना के विपरीत परिणाम भी प्राप्त हो सकते है।

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Horoscope:इन योगों के कारण होती हैं विवाह में देरी-क्या आपके कुण्डली मे भी?

Horoscope: लग्न (प्रथम) भाव में, सप्तम भाव में और बारहवें भाव में गुरु या शुभ ग्रह योग कारक न हो और चंद्रमा कमजोर हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।महिला की कुंडली में सप्तमेश या सप्तम भाव शनि से पीड़ित हो तो विवाह देर से होता है।.राहु की दशा में शादी हो या राहु सप्तम भाव को पीड़ित कर रहा हो तो शादी होकर टूट सकती है।

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Mangal Dosh: मंगल grahके शुभ-अशुभ योग और उपाय

Mangal Dosh: अशुभ होने की स्तिथि में मंगल सम्बंधित वस्तुओ (ताम्र बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक वस्तु, लाल वस्त्र, गुड़ आदि) के उपहार विशेष कर मंगलवार या मंगल के नक्षत्रो में ग्रहण ना करे अपतु इनका दान इन दिनों विशेष लाभदाय रहेगा।

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Ramayana में छुपे दस रहस्य (hidden facts) , जिनसे हम अपरिचित हैं?

Ramayana का वाचन करने वाले पहले वाचक कोई और नहीं बल्कि स्वयं भगवान श्री राम के पुत्र लव और कुश थे | जिन्होंने रामकथा स्वयं अपने पिता श्री राम के आगे गायी थी |

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Chaitra Navratri 2022: घट स्थापना-मुहूर्त एवं पूजन विधि

Chaitra Navratri 2022: नारियल को लाल कपड़े में लपेट कर मौली बांध दें। इस नारियल को कलश पर रखें। नारियल का मुँह आपकी तरफ होना चाहिए। यदि नारियल का मुँह ऊपर की तरफ हो तो उसे रोग बढ़ाने वाला माना जाता है। नीचे की तरफ हो तो शत्रु बढ़ाने वाला मानते है , पूर्व की और हो तो धन को नष्ट करने वाला मानते है।

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जीवनी शक्ति रूपी चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri): तंत्र-मंत्र के लिये उपयुक्त

Chaitra Navratri वर्ष के चार नवरात्रों (Chaitra Navratri) में चैत्र, आषाढ़, आश्विन और माघ की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक नौ दिन के होते हैं, परंतु प्रसिद्धि में चैत्र और आश्विन के नवरात्र ही मुख्य माने जाते हैं। इनमें भी देवीभक्त आश्विन के नवरात्र अधिक करते हैं। इनको यथाक्रम वासन्ती और शारदीय नवरात्र भी कहते हैं।

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Astro Care: व्यवसाय में लाभ प्राप्ति के No. 1 प्रभावशाली Tone-Totke, मुख्य द्वार पश्चिम की ओर है तो फिर काले घोड़े की नाल लाभदायक….

Astro Care: जातक यदि मंगलवार को कार्यालय आते समय किसी हनुमान जी के मंदिर में दर्शन कर उनके बाएं पैर से सिंदूर लेकर स्वयं के तिलक करे तो अत्यंत लाभदायक होता है। (Tone-Totke) माह में एक सोमवार को तांबे के पात्र में जल भरकर उसमें कुछ साबुत नमक डालकर रखें तथा अगले दिन मंगलवार को दिन के 2:00 बजे से पहले वह जल व्यवसाय स्थल की दीवारों पर छिड़क दें।

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Kharmas 2022: खरमास 15 मार्च से शुरू, नहीं किए जाते हैं ये काम …

Kharmas 2022: माना जाता है कि इस माह में सूर्यदेव के रथ को घोड़े नहीं खींचते हैं। संस्कृत में गधे को खर कहा जाता है। अत: इस समय में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।

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सटीक और अचूक माना जाता है नक्षत्र से फलादेश: कौन से Nakshatra का क्या होता है असर

मध्यम Nakshatra के तहत वह नक्षत्र आते हैं जिसमें आम तौर पर कोई विशेष या बड़ा काम करना उचित नहीं, लेकिन सामान्य कामकाज के लिहाज से कोई नुकसान नहीं होता। इनमें जो नक्षत्र आते हैं वो हैं पूर्वा फाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, विशाखा, ज्येष्ठा, आर्द्रा, मूला और शतभिषा।

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Vedic astrology: घर के प्रेत या पित्र रुष्ट हैं? पितृ रूष्‍ट होने के लक्षण (Pitra dosh)

Vedic astrology: जब परिवार के किसी सदस्‍य की स्वाभाविक मृत्यु न हो या परिवार का कोई सदस्‍य कुंवारा रहते हुए ही मृत्यु को प्राप्त हो जाता है। इस प्रकार के व्‍यक्‍ति अतृप्त आत्मा के रूप में विचरते है, और परिवार से अपने लिए हक की मांग करते हैं।

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Sun In Astrology: ज्योतिष में सूर्य (Surya) ग्रह का महत्व और प्रभाव

Astrology: यदि जन्मकुण्डली में सूर्य के दोनों ओर (द्वितीय तथा द्वादश भाव में) चन्द्रमा के अतिरिक्त अन्य ग्रह स्थित हो तो उभयचरी-योग बनता है। शुभग्रह हो तो शक्ति न्याय करने वाला तथा प्रत्येक स्थिति को सहन करने में समर्थ होता है।

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