अल्पसंख्यक महिलाओं का छः दिवसीय नेतृत्व विकास प्रशिक्षण
बाराबंकी। स्वास्थ्य, स्वच्छता और रोजगार परक योजनाओं की जानकारी मिलने से महिलाओं में आत्म निर्भरता बढ़ेगी, इसलिए कहा गया है कि जानकारी ही महिलाओं ताकत है
जिसे हर हाल में अर्जित की जानी चाहिए। यह उद्गार जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सोन कुमार ने सांसद आदर्श ग्राम शाहपुर कड़ेरा में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय भारत सरकार की नई रोशनी योजनान्तर्गत बेसिक उत्थान एवं ग्रामीण सेवा संस्थान, बाराबंकी द्वारा आयोजित अल्पसंख्यक महिलाओं का छः दिवसीय नेतृत्व विकास प्रशिक्षण के शुभारम्भ अवसर पर व्यक्त किये।
श्री सोन कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया और प्रतिभागियों को प्रशिक्षण किट वितरित किए तथा कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए सावधानी और सुरक्षा की जानकारी दी।
श्री कुमार ने कहा कि हमारे शरीर में संक्रमण सिर्फ तीन रास्ते आंख, नाक, और मुह से होकर जाता है इसलिए आंख, नाक, और मुह को स्वच्छ, और सुरक्षित रखना होगा। संस्थान के अध्यक्ष व चाइल्ड लाइन के निदेशक रत्नेश कुमार ने कहा कि गांव के विकास का आंकलन वहां के निवासी महिलाओं और बच्चों के रहन-सहन, शिक्षा और रोजगार के स्तर से नापा जाता है
सरकार ग्रामीण महिलाओं, बच्चों की बेहतरी के लिए जो योजनाएं चलाती है उसमें हमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए। सांसद द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि सरकार की जो भी योजनाएं हैं वह ग्रामीणों तक अवश्य पहुंचे।
प्रशिक्षक जियालाल ने प्रतिभागियों की अपेक्षाओं का आकलन किया वहीं श्रीमती गुड़िया ने सभी का थर्मल स्कैन किया व सेनेटाइज कर मास्क वितरित किया जीनत बेबी और अमृता शर्मा ने महिलाओं में नेतृत्व क्यों आवश्यक है
इस पर विस्तार से बताया। पंकज ने कोविड-19 के प्रोटोकाल की जानकारी दी और संक्रमण से बचाव के लिए सावधानियां बताई। इस अवसर ग्राम प्रधान राम उदित रावत सहित तमाम ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रहीं।