उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की शर्मनाक घटना सामने आयी
दरअसल गाजियाबाद के सरकारी अस्पताल में एक 101 साल की बुजुर्ग महिला को व्हील चेयर की सुविधा नहीं दी गई। वृद्धा चलने में असमर्थ थीं
जिसके कारण वह घिसट-घिसटकर पैथोलॉजी तक पहुंची। इस घटना की तस्वीरें सामने आयी हैं, जिनके चलते सरकारी अस्पताल में सुविधा देने के सरकार के दावे खोखले नजर आ रहे हैं।
खबर के अनुसार गाजियाबाद के विजयनगर की रहने वाली 101 वर्षीय वृद्धा बुखार होने के चलते एमएमजी अस्पताल पहुंची थीं। इस दौरान उनके साथ उनकी बहू भी थी।
ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के बाद वृद्धा को कुछ ब्लड टेस्ट कराने थे, जिनके लिए उन्हें लैब में जाना था। वृद्धा की बहू का कहना है कि उन्होंने मरीज को ले जाने के लिए व्हीलचेयर की मांग की
लेकिन किसी ने भी उन्हें व्हीलचेयर मुहैया नहीं करायी। जिसके बाद वृद्धा घिसट-घिसटकर पैथोलॉजी लैब पहुंची।
इतना ही नहीं जब महिला लैब पहुंची तो वहां का समय समाप्त हो चुका था। जिसके बाद लैब के स्टाफ ने उन्हें कल आने का कहकर वापस भेज दिया। इस तरह वृद्धा बिना टेस्ट कराए ही और सिर्फ दवाई लेकर ही अपने घर चली गई।
वहीं अस्पताल प्रबंधन अपने कर्मचारियों के बचाव में ही उतर गया है। अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनुराग भार्गव ने कहा कि ओपीडी में हेल्प डेस्क पर मरीजों की सहायता के लिए स्टाफ तैनात हैं।
डॉ. भार्गव का कहना है कि बुजुर्ग महिला के साथ आयी महिला ने व्हील चेयर की मांग नहीं होगी, अगर मांगी होती तो उन्हें व्हील चेयर जरूर मिलती।