चित्रकूट जेल कांड: जेल अधीक्षक एसपी त्रिपाठी और जेलर महेंद्र पाल निलंबित
जेल में निरुद्ध अंशुल दीक्षित नामक बंदी को कहीं से कट्टा मिल गया. इसके बाद उसने यहां बंद मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली और मुकीम उर्फ काला पर गोली चला दी. हमले में दोनों की मौत हो गई. मुकीम काला पश्चिम यूपी का बड़ा बदमाश था। pic.twitter.com/8w3sd6K9u1
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इसके अलावा और शैलेंद्र कुमार मैत्रेय को डीआईजी कारागार मुख्यालय बनाया गया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में कैदियों के बीच शुक्रवार को भिड़त हो गई थी। इस दौरान जबरदस्त गोलाबारी हुई है। जिसमें दर्जनों राउंड गोलियां चली है। चित्रकूट जेल गोलीकांड में अंशु दीक्षित ने फायरिंग कर मेराजुद्दीन और मुकीम उर्फ काला को मार डाला। मुकीम काला पश्चिम यूपी का बड़ा अपराधी था, तो वहीं अंशुल दीक्षित भी पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई में मारा गया।
जिला जेल के हाई सिक्योरिटी बैरक में गोलियां चली हैं. इस गोलीकांड में तीन लोगों के मौत की खबर है। वेस्ट यूपी आतंक का दूसरा नाम बने मुकीम काला सहित दो बडे अपराधियों की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई, जबकि हत्यारे को पुलिस ने मुठभेड में मार गिराया। जांच चल रही है.
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वहां वह बेहद ऐशो आराम से रहा करता था। अंशु दीक्षित का का पूर्वांचल क्षेत्र में बेहद जलजला रहा करता था। सीतापुर का रहने वाला अंशु दीक्षित पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का वह दाहिना हाथ था।अंशु दीक्षित लखनऊ के सीएमओ हत्याकांड में भी आरोपी रह चुका है। वह जीआरपी की कस्टडी से वर्ष 2013 में उस समय भाग गया था। जब उसे पेशी पर ले जाया जा रहा था। अंशु दीक्षित को आठ दिसम्बर 2019 को सुल्तानपुर से चित्रकूट जेल लाया गया था।