बुजुर्ग की मौत: ग्रामीणों द्वारा शव रख कर हंगामा
मुजफ्फरनगर। नगर के निकटवर्ती गांव मखियाली में जिला बदर रहे मोनू पुत्र मदनपाल को पकडने के लिए दबिश देने गयी पुलिस पर परिजनों ने दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए हंगामा खडा कर दिया। इसके बाद देर रात्रि आरोपी मोनू के पिता मदनपाल की हार्टअटैक के चलते मौत हो गयी।
जानकारी के अनुसार पुलिस प्रशासन के आला अधिकारियो के निर्देशो के चलते जनपदभर मे विभिन्न मामलो मे शामिल/वांछित अपराधियो की गिरफ्तारी के लिए चल रहे अभियान के तहत बीती रात नई मन्डी कोतवाली पुलिस क्षेत्र के निकटवर्ती गांव मखियाली निवासी जिला बदर चल रहे मोनू को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची। मोनू के घर पहुंची पुलिस ने जब मोनू के विषय मे पूछताछ की तो परिजनो ने मोनू के घर पर ना होने तथा उसके विषय मे कोई जानकारी ना होने की बात कही। बताया जाता है कि मोनू घर पर मौजूद था इसके बाद पुलिसकर्मी आरोपी मोनू को हिरासत मे ले अपने साथ थाने ले आए। इसी बीच मोनू के पिता मदनपाल की अचानक तबियत बिगड गई रात मे ही उसके परिजनो ने उपचार के लिए भोपा रोड स्थित एक प्राईवेट अस्पताल मे भर्ती कराया। आरोपी मोनू के पिता की तबियत बिगडने की जानकारी मिलने पर पुलिस ने हिरासत मे लिए गए मोनू को रात मे ही छोड दिया। देर रात मोनू के पिता की मौत हो गई। मोनू के परिजनो ने पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए आज सुबह मदनपाल के शव को रख विरोध स्वरूप हंगामा खडा कर दिया।
जिला बदर के पिता की मौत पर परिजनो तथा ग्रामीणों द्वारा शव रख कर हंगामा काटने की खबर से पुलिस मे हडकम्प मच गया। मामले की जानकारी मिलते ही सीओ नई मन्डी योगेन्द्र सिह व सीओ सिटी हरीश भदौरिया, नई मंडी इंस्पैक्टर संतोष कुमार आदि मय फोर्स के मौके पर पहुंचे तथा गुस्साये ग्रामीणो को किसी प्रकार समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन आरोपी पुलिसकर्मियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने व मुआवजे की मांग पर अडे रहे। गांव मखियाली मे ग्रामीण की मौत पर हंगामा बढने की सूचना पर एसएसपी सुधीर कुमार सिंह व एसपी सिटी सतपाल अंतिल, एसपी क्राईम रामभुवन चौरसिया, एसपी ग्रामीण आलोक शर्मा, एसपी टै्रफिक बजरंग बली सहित कई थाना प्रभारी तथा पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
समीपवर्ती गांव मखियाली मे जिला बदर मोनू के पिता मदनपाल की मृत्यु पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता गांव मखियाली पहुंच गये जहां उन्होंने परिजनों से मिलकर उन्हे सांत्वना दी। वहीं जिला प्रशासन पर दबाव बनाया और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की तथा कई घंटे तक शव को नहीं उठने दिया तथा ग्रामीण भी सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने व आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग पर अडे रहे। एसएसपी सुधीर कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही का आश्वासन देने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया तब जाकर मामला शांत हुआ।
इस दौरान सांसद डा.संजीव बालियान, पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक, सपा जिलाध्यक्ष गौरव स्वरूप, पूर्व मंत्री योगराज सिंह, रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी, रालोद नेता संजय राठी, जिला पंचायत सदस्य हरेन्द्र शर्मा, सुधीर भारतीय आदि भाजपा व अन्य राजनैतिक दलो से लगभग सभी नेता पहुंच गए बाद में इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।