Lucknow: राम मंदिर को लेकर की ‘सिर तन से जुदा’ की पोस्ट, रियाज व अरमान को शांति भंग में जेल
Lucknow: राम मंदिर को लेकर भड़काऊ रील बनाकर एक युवक ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी से पोस्ट की है। इसमें दो युवक आपत्तिजनक व भड़काऊ बातें बोलते दिख रहे हैं। रील में युवक भड़काऊ बातें कहने के बाद आखिर में बोलते हैं कि जो बीच में आएगा उसका सिर तन से जुदा हो जाएगा।
ये रील सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। तमाम लोगों ने एक्स पर वीडियो पोस्ट कर पुलिस को कार्रवाई के लिए टैग किया। मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस जांच में जुटी थी।
साइबर सेल की टीम को भी लगाया गया था। तफ्तीश के बाद सआदतगंज निवासी रियाज व ठाकुरगंज के अरमान को गिरफ्तार किया गया है। रील रियाज की आईडी से पोस्ट की गई है। दोनों आरोपियों को शांति भंग में जेल भेजा गया है।
वायरल वीडियो और जानकारी के मुताबिक़ उक्त युवक रियाज दादा अंबरगंज चौकी ठाकुरगंज लखनऊ का निवासी है। जोकि खुलेआम सर तन से जुदा करने की धमकी दे रहा है,इसकी बातों से लगता है कुछ बड़ा करने का प्लान है इन लोगों का।@dgpup @Uppolice संज्ञान में ले,#RamMandirPranPrathistha #Lucknow pic.twitter.com/EfDlKr19gP
— journalist sagar malik (@sagarmalik1985) January 26, 2024
राम मंदिर निर्माण का मुद्दा हमारे समाज में बहुतेरे सामाजिक, सांस्कृतिक, और धार्मिक अंतर्निहित है। हाल ही में एक युवक ने राम मंदिर के बारे में भड़काऊ रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने आपत्तिजनक बातें कही हैं। इसका सीधा प्रभाव सोशल मीडिया पर देखने को मिला है।
रील में युवकों द्वारा की गई भड़काऊ बातों के बाद, लोगों ने इसे वायरल करते हुए सोशल मीडिया पर इस पर बुरा रेस्पॉन्स दिया है। यह घटना सामाजिक मीडिया के द्वारा फैलाए जा रहे भड़काऊ और आपत्तिजनक विचारों की एक अच्छी उदाहरण है जो हमारे समाज को बाधित कर रहा है।
सोशल मीडिया ने हमारे समाज को एक संवाद का माध्यम प्रदान किया है, लेकिन इसके साथ ही ऐसे प्रवृत्तियों ने भी बढ़ावा दिया है जो समाज को भिन्न-भिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक विचारों में बाँटने की कोशिश कर रहे हैं। यह रील इसी प्रवृत्ति का एक प्रमुख उदाहरण है, जिससे निर्माण के मुद्दे को बदलकर अशांति बढ़ रही है।
राम मंदिर निर्माण का मुद्दा हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण है। यह सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह हमारे समाज के सांस्कृतिक मूल्यों और एकता की अद्भुत प्रतीक भी है। इसमें हमारी धार्मिकता, संस्कृति, और ऐतिहासिक विरासत का समृद्धि भरा अंश है जो हमें एक साथ आने का आदान-प्रदान करता है।
लेकिन समाज में फैलाए जा रहे भड़काऊ विचारों और उनके साथी अभिवादनों का सामर्थ्य बढ़ता हुआ, हमें यह याद रखना चाहिए कि हमारी सामाजिक ज़िम्मेदारी भी बढ़ती है। हमें समाज में शांति, समरसता, और सामंजस्य की भावना बनाए रखनी चाहिए।
यह घटना हमें यह सिखाती है कि हमें सोशल मीडिया पर भड़काऊ विचारों की प्रोत्साहना करने के बजाय, हमें एक दूसरे के साथ समझदारीपूर्वक और आदरपूर्वक विचार-विनामूल्य करना चाहिए। हमें अपने सामाजिक जीवन में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में काम करना चाहिए और एक ऐसे समाज की दिशा में बढ़ना चाहिए जो सभी को समाहित करता है और उन्हें साथ लेकर चलता है।
इससे हमें एक सशक्त और समृद्धिशील भविष्य की दिशा में कदम से कदम मिलाकर चलने का साहस मिलेगा, जहां धार्मिकता, सांस्कृतिक समृद्धि और एकता का आदान-प्रदान हमें मजबूत बनाए रखेगा।