Muzaffarnagar News-अटेवा ने पुरानी पेंशन बहाली हेतु केंद्रीय राज्य मंत्री के घर बजाई घंटी
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News) एनएमओपीएस और अटेवा के तत्वाधान में अटेवा के जिला अध्यक्ष प्रीत वर्धन शर्मा के नेतृत्व में घंटी बजाओ कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों की पुरानी पेंशन बहाली और निजीकरण की समाप्ति हेतु केंद्रीय राज्यमंत्री माननीय डॉ संजीव बालियान जी को एक ज्ञापन सौंपा।
रविवार की सुबह हजारों की संख्या में पेंशन विहीन शिक्षक, कर्मचारी और अधिकारी केंद्रीय राज्य मंत्री माननीय डॉ संजीव बालियान जी के निवास स्थान पर एकत्रित हुए और उन्हें ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश के १५ लाख सहित देश के लगभग १ करोड़ शिक्षको, कर्मचारियों व अधिकारियों को मिलने वाली सामाजिक सुरक्षा पुरानी पेंशन व्यवस्था (ओपीएस) को समाप्त कर शोषणकारी व विभेदकारी नयी पेंशन व्यवस्था (एनपीएस) लागू कर दी गयी
जो न तो शिक्षको, कर्मचारियों के हित में है और न ही प्रदेश व देश के हित में है। अब तो एनपीएस के दुष्परिणाम भी सामने आने लगे है। हृक्कस् के तहत सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों, कर्मचारियों व अधिकारियों को किसी को १२००, १८००, ३५००, ४००० तक पेंशन के रूप में प्राप्त हो रही है। जिससे उन्हें अपना जीवनयापन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतने कम पैसे में वह अपने स्वास्थ्य का ख्याल कैसे रखें व कैसे अपने परिवार की जिम्मेदारियों को निभाएँ ? जबकि जीवन के अपने अमूल्य समय में उसने देश व सरकार को अपनी सेवाएं दी।
यहाँ तक की देश की रक्षा करने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले अर्धसैनिक बलों को भी पुरानी पेंशन व्यवस्था (ह््रक्कस्) से वंचित कर दिया गया है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जबकि वह सभी अपना सर्वोच्च न्योछावर करके देश की सुरक्षा करते है और उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद सामाजिक सुरक्षा नहीं मिलती। यह कैसा न्याय है?
देश की परिसंपत्तियों पर प्रदेश व देश की जनता का अधिकार है।
परन्तु जिस प्रकार से सरकारी संस्थाओं का निजीकरण किया जा रहा है। यह किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है, बल्कि राष्ट्रीयकरण समस्या का एक बेहतर समाधान है। ज्ञापन के माध्यम से मंत्री से आग्रह किया गया कि देश के करोड़ों शिक्षकों, कर्मचारियों, अर्धसैनिक बल के जवानों और अधिकारियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था (ओेपीएस) बहाल करवाने तथा लगातार हो रहें निजीकरण को समाप्त करवाने हेतु प्रयास करें ताकि देश की सेवा करने वाले शिक्षक, कर्मचारी, अधिकारी और अर्धसैनिक बल के जवान अपनी वृद्धावस्था सम्मानजनक तरीके से व्यतीत कर सके।
इस कार्यक्रम में सभी विभागों के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में प्रमोद बच्चस, यशपाल अरोरा, मोनिका राठी, डॉ संजीव लांबा, अरविंद मलिक, राहुल कुशवाहा, समीर मलिक, संदीप कौशिक, सुचित्रा सैनी, वंदना बालियान, राजश्री, रमेशचंद, अनुज वीर, विशाल भारद्वाज, देवेंद्र शर्मा, ऊषा रानी, संजीव जावला, अमित रूहेला, डॉक्टर दीपक गर्ग, हरकेश कुमार, पुष्पेन्द्र पराक्रमी, संजीव बालियान, बालेन्द्र कुमार, कुलदीप शर्मा, राहुल कुमार, अरूण कुमार, सुनील पंवार, तेज प्रताप, बिजेंद्र बहादुर, कैलाश नारायण, आसिम तकरीम, मनोज कुमार, अमृतपाल डागर, आकाश दीप, सरिता चौधरी, हरिओम शर्मा, मोनिका शर्मा, अर्चित गोयल, विशाल गुप्ता, बृजमोहन शर्मा, रामनरेश, सिफतैन, कपिल शर्मा, प्रशांत कुमार शर्मा, सुधीर कुमार, अजय गुप्ता, सुभाष चंद्र यादव, अबुल हसन, अनुराग कुमार, सार्थक शर्मा, संजय राठी, संध्या, प्रीति चौहान, रंजना मौर्या, सोनिया, सुखविंदर कौर, पंखुरी गर्ग, इतिजिंदल, वन्दना, विभा पांडे, डॉक्टर केसर जमाल आदि का सहयोग रहा।