पूरे प्रदेश में महज 3 शिक्षकों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत स्वीकार किया जा रहा
जौनपुर जिले में कोरोना से 41 शिक्षकों सहित दो परिचारकों की मौत हो गई। इन शिक्षकों व परिचारकों को कोरोना से हुई मौत के संबंध में जिस क्षतिपूर्ति का ऐलान किया गया था। इसके बाद सरकार के जिम्मेदारों ने स्वाभाविक मौत करार देते हुए पल्ला झाड़ लिया है।
बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग व प्रदेश सरकार के इस असंवेदनशील रवैए पर आक्रोश जताते हुए प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अरविंद कुमार शुक्ला ने कहा की पूरे प्रदेश में महज 3 शिक्षकों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत स्वीकार किया जा रहा है। जबकि चुनाव प्रशिक्षण से लेकर मतगणना तक चुनावी ड्यूटी करने वाले शिक्षकों में यहां जनपद जौनपुर में ही 41 शिक्षक वह दो परिचारक अपनी जान गंवा बैठे हैं।
शिक्षक संघ जो 1200 कि लिस्ट बता रहे हैं कोरोना ड्यूटी में शासन की गाइडलाइन में 3 रह गई#COVID19 #UPDATE #uttarpardesh #news pic.twitter.com/MM8vlPwsLm
— News & Features Network (@mzn_news) May 19, 2021
Only 3 teachers across the state are accepting death due to corona infection
उन्होंने आगे कहा कि सरकार व बेसिक शिक्षा विभाग का पैमाना चाहे जो हो लेकिन महामारी के चलते बड़ी तादाद में जान गंवाने वाले इन शिक्षकों की मौत कोरोना संक्रमण से होना ना माना जाना दुर्भाग्यपूर्ण है शुक्ला ने शासन से मांग की है कि प्रशिक्षण से मतगणना तक की समयावधि में मृत एवं संक्रमित होकर बाद में भी जान गंवाने वाले शिक्षकों व परिचारकों के स्वजनों को उचित मुआवजा व आश्रितों को तत्काल नौकरी देकर पीड़ित परिवार के घाव पर मरहम लगाया जाना चाहिए।
साथ ही यह भी चेताया कि यदि इस संवेदनशील मामले में न्याय न हुआ तो संगठन हर स्तर पर मृत शिक्षकों के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए संगठन वह सब कुछ करेगा। जिसका आवश्यकता होगी। किसी भी स्तर तक जा कर लड़ाई लड़ी जा सकती है।
यूपी में पिछले 24 घंटों में 9 हजार 391 नए कोरोना केस आए। जिसमे सोमवार के दिन 517 नए केस आए। दूसरी ओर कोरोना से 23 हजार 445 लोग ठीक हुए। जबकि कोरोना से 285 लोगों की जान गई। फिलहाल यूपी में अभी एक लाख 49 हजार कोरोना एक्टिव केस है।