रक्षाबंधन का पर्वः Muzaffarnagar के बाजारों में राखियों से सजाई दुकानें
मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) भाई बहन के प्यार का प्रतीक का त्यौहार रक्षाबंधन पर्व को लेकर बाजारों में राखियां सज गयी है बहनों ने भाईयों के लिए राखियां खरीदनी शुरू कर दी है हालांकि शुक्रवार को बारिश आने की वजह से दुकानदारों को कुछ मायूसी हाथ लगी क्योंकि बहने राखियां खरीदने के लिए बारिश की वजह से नहीं निकली।
राखी का त्यौहार नजदीक आ गया है इसी केसाथ बाजार भी पूरी तरह से सजकर तैयार हे गये है। बाजारों में एक से एक सुंदर राखियां सज गयी है जहां बहने अपने भाईयो की कलाई पर रक्षासूत्र बांधने के लिए सुंदर सुंदर राखियां खरीदने की तैयारी में जुट गयी है वहीं भाई भी अपनी बहनों को सुदंर सुंदर गिफ्ट देने के लिए बाजारों में खरीदारी के लिए नगर क्षेत्र के साथ कस्बों में भी बाजार सज पडै है।
रक्षा बंधन पर्व नजदीक आते ही न क्षेत्र के बाजारों में राखियों की दुकानें सज गई हैं। राखियों की खरीदारी भी शुरू हो गई है। रक्षाबंधन पर बहने अपने भाइयों के हाथों में जरकन, चांदी, चंदन और कुंदन की राखियां बांधेगी।
कई कंपनियों ने बाजार में राखियों की नई रेंज उतारी है।भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक त्योहार रक्षाबंधन २२ अगस्त को मनाया जाएगा। बाजारों में रक्षाबंधन की रौनक दिखाई देने लगी है। बहनों ने भाइयों की कलाई पर राखियां बांधने के लिए उनकी खरीदारी शुरू कर दी है। जिन बहनों के भाई दूर दराज नौकरी व व्यवसाय करते हैं, उनको डाक व कोरियर से राखियां भेजी जा रही हैं।
बाजार में जरकन के नगों व चांदी की बनी राखी आकर्षण का केंद्र बनी हैं। चंदन और कुंदन की राखियां भी लोगों को लुभा रही हैं। रुद्राक्ष की राखियां भी बाजार में उपलब्ध हैं। बच्चों को डिजाइनदार राखियां खूब पसंद आ रही हैं। राखी विक्रेता, गुरुदत्त, सुमित कुमार, गोपाल, चंदर आदि का कहना है कि कई कंपनियों ने बाजार में राखियां उतारी हैं।
चांदी, चंदन व कुंदन की राखियां भी बाजार में उपलब्ध हैं। रक्षाबंधन पर्व पर बाजारों में चांदी की राखियों भी उपलब्ध हैं, लेकिन उनकी बिक्री कम है।
नगर के सर्राफा बाजार स्थित एक प्रसिद्ध सर्राफ का कहना है कि चांदी की आकर्षक राखियां बनाई गई हैं। इन राखियों की रेंज ४०० से लेकर ८०० रुपये तक है। चांदी की राखियों की बिक्री कम है, लेकिन मांग के चलते चांदी की राखी बनाई जाती हैं।