Sonbhadra News: Jal Jeevan Mission को लापरवाही का पलीता, 10 माह बाद भी कार्य शुरू नहीं
Sonbhadra News: Jal Jeevan Mission को जिस तरह लापरवाही का पलीता लगाया गया है। उसने अधिकारियों के होश उड़ा दिये हैं। इसमें कार्यदायी संस्थाओं की लापरवाही मुख्य रूप से सामने आई है। इसके चलते ये प्रोजेक्ट अधर में लटक गये हैं। गौरतलब यह है कि छह पेयजल परियोजनाओं पर काम ही शुरू नहीं हुआ है।
बताते चलें कि जल जीवन मिशन योजन के तहत 22 नवंबर 2020 को सीएम योगी आदित्यनाथ नेट सोनभद्र से हर घर नल योजना की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री ने इस दौरान 5555 करोड़ रुपये की लागत वाली सोनभद्र की 14 पेयजल परियोजना और मिर्जापुर की नौ पेयजल परियोजनाओं का शिलान्यास किया था। मार्च 2022 तक सभी पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कार्य पूरा करने की समय सीमा तय की गई थी।
समीक्षा के दौरान पता चला है कि बेलाही ग्राम समूह पेयजल योजना की एनओसी अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग के स्तर से ही लंबित पड़ी हुई है। योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के दौरान जब बेलाही और तेंदुआही ग्राम समूह पेयजल योजना के प्रगति की जानकारी ली, तो पता चला कि अभी तक नगवां, तेंदुआही, कदरा और हर्रा ग्राम समूह पेयजल योजना का कार्य ही प्रारंभ नहीं हुआ है।
अब इन चारों परियोजनाओं के लिए नामित एजेसी (कार्यदायी संस्था) वीपीआरपी लिमिटेड द्वारा अभी तक कार्य प्रारंभ न किये जाने पर पेनाल्टी की कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। पनारी ग्राम समूह पेयजल योजना का कार्य शुरू न करने के लिए नामित एजेंसी एलएंडटी लिमिटेड, केवथा ग्राम समूह पेयजल योजना का कार्य शुरू न करने के लिए नामित एजेंसी जैन कांट कंपनी के विरुद्ध भी पेनाल्टी की कार्रवाई का निर्देश दिया।
तथ्य भी प्रकाश में आया कि कई ग्राम समूह पेयजल परियोजनाओं की फाइल अधिशासी अभियता जल निगम के स्तर पर लंबित है। जबकि जल जीवन मिशन हर घर जल योजना के तहत शासन की शीर्ष प्राथमिकता वाली योजनाओं में से एक है।