रियल एस्टेट समूह ने 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय को “स्वीकार” किया
सीबीडीटी ने सोमवार को एक बयान में कहा कि आयकर विभाग द्वारा हाल ही में छापे की कार्यवाही के बाद एनसीआर स्थित एक रियल एस्टेट समूह ने 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय को “स्वीकार” किया है।
हालांकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने फर्म की पहचान जाहिर नहीं की है। लेकिन आधिकारिक सूत्रों ने इसे ओरिएंटल इंडिया ग्रुप होने का दावा किया है। बयान के अनुसार, पिछले हफ्ते, समूह के 25 से अधिक परिसरों में खोज और पड़ताल किया गया था। इस समूह की बुनियादी ढांचे, खनन और अचल संपत्ति में दिलचस्पी रही है।
बयान में कहा गया, “250 करोड़ रुपये से अधिक की बेहिसाब नकदी प्राप्तियों के विवरण वाले नकद बहीखाते बरामद किए गए हैं और जब्त किए गए हैं। समूह ने कई संपत्ति लेनदेन पर आयकर का भुगतान भी नहीं किया है।बयान में कहा गया है, “3.75 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति जब्त की गई है। समूह ने 3,000 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय स्वीकार की है और उसी पर आयकर का भुगतान करने के लिए सहमत हुआ है।”
सीबीडीटी, आयकर विभाग के लिए नीति निर्धारित करता है। बयान में कहा गया कि छापे के बाद 32 बैंक लॉकरों को भी सील कर दिया गया है।