मुजफ्फरनगर में कोरोना की कम जांच होने पर कमिश्नर खफा, बोले- शामली छोटा जिला, वहां से भी बहुत कम जाँच हुई
मुजफ्फरनगर/सहारनपुर। मंडलायुक्त संजय कुमार ने मुजफ्फरनगर में कोरोना की काम जांच होने पर नाराजगी जताई है।कमिश्नर संजय कुमार ने पत्रकारों को बताया कि एक ही दिन में मंडल में 4184 नमूनों की रिपोर्ट आई थी
जिसमें 305 संक्रमित निकले। सहारनपुर में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा है। उन्होने मुजफ्फरनगर जिले में कोरोना की सैंपलिंग कम होने पर गहरी नाराजगी जताई।
सहारनपुर जिले में आज तक 125742 नमूनों की जांच की जा चुकी हैं वहीं मुजफ्फरनगर जिला प्रशासन मात्र 35772 लोगों की जांच करा पाया है। मुजफ्फरनगर से छोटा शामली जिला है जहां 55044 जांच हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि सहारनपुर मंडल में अब तक 152 से अधिक मरीजों की जान जा चुकी है।
सबसे ज्यादा 82 मौतें सहारनपुर जिले में हैं। सहारनपुर जिला प्रशासन प्राइवेट नर्सिंग होमों को भी कोविड.19 उपचार के लिए ठीक से तैयार नहीं कर पाया है। बड़ी संख्या में लोग गाजियाबाद के यशोदा, दिल्ली के मैक्स, नोएडा और दूसरे बड़े नर्सिंग होमों का रूख कर रहे हैं। जिले के कई बड़े अफसर जेपी अस्पताल नोएडा में भर्ती हैं।
सहारनपुर मंडल में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 11587 है। इनमें सबसे ज्यादा 6092 सहारनपुर में, 3624 मुजफ्फरनगर में और 1871 शामली जिले में है।
सहारनपुर के जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि सहारनपुर में आज सुबह तक 4504 रोगी स्वस्थ होकर अपने.अपने घरों को भेजे जा चुके हैं।
शामली की जिलाधिकारी जसजीत कौर के मुताबिक वहां 1371 लोग स्वस्थ हो चुके हैं और मुजफ्फरनगर जिले में 2418 रोगी स्वस्थ हुए हैं।