Health Care: शरीर को 100 % Powerful, निरोगी वज्र तुल्य बनाना हुआ आसान
Health Care: भारतीय रसोई में आपको हर बीमारी इलाज मिलेगा लेकिन जरूरत है तो उसे पहचानने की व उसपर विश्वास करने की. जी हाँ, किसी भी बीमारी के लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी अगर आप पाम्परिक उन घरेलु नुस्खों को पहचान लें तो. आप नहीं जानते तो मैं आपको बताने जा रही हूँ यह उपाय जिससे आप भी घरेलु इलाज कर सकते हैं.
calcium शरीर का एक अहम हिस्सा है, जो कि शरीर को मजबूत Powerful बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि शरीर में पर्याप्त कैल्शियम हो, तो शरीर मजबूत रहता है, लेकिन कैल्शियम का अभाव न केवल हड्डियों को कमजोर बनाता है बल्कि जोड़ों में भी दर्द पैदा करता है। कैल्शियम (calcium) हमारी हड्डियों और दांतों का अहम हिस्सा हैं। कैल्शियम की कमी की समस्या आमतौर पर महिलाओं में अधिक गंभीर होती है।
यहां प्रस्तुत है वह नुस्खा, जिनके प्रयोग से शरीर में पर्याप्त कैल्शियम की सप्लाई होगी और आपकी हड्डियां फौलाद की हो जाएंगीं।
आपको पता ही है हल्दी (turmeric) गुणों की खान होती हैं. लेकिन हल्दी (turmeric) की गांठों को चूने के साथ दो महीने एक मिट्टी की मटकी में पकाना पड़ता है तब वह चमत्कारिक हो जाती है. दो महीने बाद इस हल्दी के चूर्ण को गुड़ या शहद के साथ नियमित सेवन किया जाए तो आपकी सेहत स्वस्थ,हड्डी वज्र जैसी रहती है.
बनाने की विधि-सामग्री
हल्दीगाँठ (turmeric) 1 किलोग्राम, बिना बुझा चूना 2 किलो। बिना बुझा चूना वह है, जो कि सफेदी करने के काम आता है।
विधि:
सबसे पहले एक मिट्टी का बर्तन लें और इसमें चूना डाल दें। फिर इसमें पानी मिलाएं, लेकिन ध्यान रखें कि इसमें इतना ही पानी मिलाएं कि चूना पूरा डूब जाये। जैसे ही आप बिना बूझे चूने में पानी डालेंगे, इसमें उबाल आएगा। यह उबाल कुछ समय बाद ठंडा पड़ जाएगा, जिसके पश्चात आप इसमें हल्दी मिला दें।
किसी लकड़ी आदि की सहायता से इस मिश्रण को पूरी तरह मिला दें। करीब दो माह तक हल्दी को इस चूने में पड़े रहने दें लेकिन जब भी पानी सूखने लगे, तो पर्याप्त पानी मिला दें ताकि यह सूखे नहीं। बाद में हल्दी को निकालकर ठीक तरह से धो सूखा लें
कैसे करें सेवन
वयस्क हल्दी का करीब 3 ग्राम लेकर इसे गुनगुने दूध में मिला लें। वे इसे दिन में दो बार नाश्ते या भोजन के बाद ले सकते हैं। लेकिन बच्चों के लिए यह मात्रा 1 से 2 ग्राम तक सीमित रखें और इसी तरह, गुनगुने दूध में मिलाकर दिन में दो बार नाश्ते या भोजन के बाद उन्हें दे या रोज सुबह शाम खाली पेट तीन ग्राम पावडर (चने बराबर) शहद या गुड़ के साथ चाटिए. करीब एक घंटे तक कुछ खाएं पीए नहीं. चार महीने तक सेवन करें
क्या हैं इसके (turmeric) लाभ
कैल्शियम की कमी शरीर में कई कारणों से हो सकती है, जैसे कुपोषण, बीमारी या खानपान की अनियमितता। लेकिन इस इलाज से शरीर को पर्याप्त कैल्शियम मिलेगा। धीरे-धीरे कैल्शियम की कमी से होने वाली समस्याएं भी दूर हो जाएंगीं। वयस्कों के अलावा, यह दवा बढ़ते बच्चों के लिए एक बेहतर बोन टॉनिक का काम करती है।
लम्बाई बढ़ाने में यह काफी लाभदायक है। यदि टूटी हड्डी न जुड़ रही हो, घुटनों, कमर या अन्य जोड़ों में दर्द हो, तो अन्य दवाओं के साथ इस हल्दी का भी प्रयोग बहुत सकारात्मक परिणाम देगा। बंद रक्त वाहिनियां खुल जाती हैं. बाल असमय सफेद हो गए हों तो काले होने लगते हैं और उगने भी लगते हैं.
उसमें कुछ अतिरंजना भी है, जैसे गिद्ध सी दृष्टि और हाथी सा बल आना, वज्र जैसी हड्डी हो जाता है. आप भी यह प्रयोग कर अनुभव शेयर कीजिए. आयुर्वेद में ऐसे अनेक नुस्खों का खजाना भरा पड़ा है, जरूरत है इन्हें नए सिरे से शोध कर आजमाने की.
निरोगी रहने हेतु महामन्त्र
मन्त्र 1 :-
• भोजन व पानी के सेवन प्राकृतिक नियमानुसार करें
• रिफाइन्ड नमक,रिफाइन्ड तेल,रिफाइन्ड शक्कर (चीनी) व रिफाइन्ड आटा ( मैदा ) का सेवन न करें
• विकारों को पनपने न दें (काम,क्रोध, लोभ,मोह,इर्ष्या,)
• वेगो को न रोकें ( मल,मुत्र,प्यास,जंभाई, हंसी,अश्रु,वीर्य,अपानवायु, भूख,छींक,डकार,वमन,नींद,)
• एल्मुनियम बर्तन का उपयोग न करें ( मिट्टी के सर्वोत्तम)
• मोटे अनाज व छिलके वाली दालों का अत्यद्धिक सेवन करें
• भगवान में श्रद्धा व विश्वास रखें
मन्त्र 2 :-
• पथ्य भोजन ही करें ( जंक फूड न खाएं)
• भोजन को पचने दें ( भोजन करते समय पानी न पीयें एक या दो घुट भोजन के बाद जरूर पिये व डेढ़ घण्टे बाद पानी जरूर पिये)
• सुबह उठेते ही 2 से 3 गिलास गुनगुने पानी का सेवन कर शौच क्रिया को जाये
• ठंडा पानी बर्फ के पानी का सेवन न करें
• पानी हमेशा बैठ कर घुट घुट कर पिये
• बार बार भोजन न करें आर्थत एक भोजन पूर्णतः पचने के बाद ही दूसरा भोजन करें
उस भोजन को ग्रहण कदापि न करें जिसे बनते हुए सूर्य प्रकाश न मिला हो अर्थात (कुकर का, फ्रीज़ का रखा व माइक्रोवेव का बना हो)
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