अनेक नेताओं ने शिवसेना छोडी-क्रांति शिवसेना का गठन
मुजफ्फरनगर। 27 सालों तक शिवसेना का दामन थामे रहने वाले ललित मोहन शर्मा ने हिन्दूत्व के मुद्दे पर पार्टी के बड़े नेताओं के साथ चलते मतभेदों के कारण शिवसेना से त्यागपत्र दे दिया हे और जिलेभर के पदाधिकारियों के साथ नये हिंदूवादी संगठन क्रांति शिवसेना के गठन की घोषणा की।
प्रकाश चौक स्थित पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए ललित मोहन शर्मा ने कहा कि हिंन्दूत्व के कारण ही वे लम्बे समय तक शिवसेना से जुड़े रहे परंतु उद्व ठाकरे समर्थित शिवसेना ने सत्ता की प्राप्ति के लिए जिस प्रकार हिंदूवादी विचारों को तिलांजलि दे दी उससे उन्हे बेहद नाराजगी है। इसी के कारण उन्होंने शिवसेना से त्यागपत्र दिया है। पश्चिमी उत्तर के महासचिव मनोज सैनी ने कहा कि हिंदूत्व को जीवित रखने और क्षेत्रीय मुद्दों पर जनता की आवाज बुलंद करने के लिए क्रांति शिवसेना का गठन किया गया है।
जिले के महासचिव शरद कपूर ने कहा कि नई क्रांति शिवसेना जनसमस्याओं और भ्रष्टाचार के विरूद्ध अपनी आवाज उठायेगी और अगले तीन माह में इसका विस्तार किया जायेगा। शीघ्र ही मुजफ्फरनगर में एक विशाल अधिवेशन आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर हिंदूओं की अनदेखी नहीं की जायेगी। नई क्रांति शिवसेना का पहला अधिवेशन सम्भवतः हिंदू नववर्ष पर 25 मार्च को आयोजित होगा जिसमें भारी संख्या में क्रांति शिवसैनिक शामिल होंगे
। इस अवसर पर डा. योगेंद्र शर्मा, नरेंद्र पंवार, मुकेश त्यागी, देवेद्र चौहान, आनंद प्रकाश, राजेश कश्यप, वैभव एडवोकेट, राजेश शर्मा, लोकेश सैनी, ओमकार पंडित, चमन लाल कुक्की, आलोक अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, आशीष मिश्रा, गौरव गर्ग, अखिलेशपुरी, जोनी पंडित, लोकेश पंडित, राजन वर्मा, जितेद्र गोस्वामी, रविंद्र कलसानिया, ललित रूहेला, सुरेश पेंटर, अनुज चौधरी, संजय चौधरी, भुवन मिश्रा, मनीष चौधरी, वेदप्रकाश विश्वकर्मा, सचिन प्रजापति, कमलदीप, मंगतराम, बंटी चौधरी, सुनील सैनी, प्रेमपाल कश्यप, डा. प्रवीन, अनिल कुमार, चंद्रमोहन शर्मा, दिग्विजय पंवार, अभय वर्मा, पुष्पेंद्र सैनी, प्रभात, नरेंद्र ठाकुर, मोनी संधावली अंकित सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।