पाकिस्तान: डॉक्टरों के साथ हुई पुलिस बर्बरता, तमाम अस्पतालों में काम पूरी तरह बंद
पाकिस्तान की हर मामले में नाकामी और बौखलाहट का आलम ये है कि अब प्रधानमंत्री और हुकूमत की नाकामी के खिलाफ यहां के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं।अपनी जिंदगी की हिफाजत के लिए जरूरी मेडिकल किट की मांग कर रहे डॉक्टरों को सड़कों पर उतरना पड़ा और पुलिस ने इस दौरान उन्हें बुरी तरह दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। डेढ़ सौ से ज्यादा डॉक्टर गिरफ्तार किए गए। हालत ये हो गई कि डॉक्टरों ने इस गंभीर हालत में भी अब काम करने से इंकार कर दिया है।तमाम अस्पतालों में काम पूरी तरह बंद हैं और अपने खिलाफ हुए जुल्म को लेकर डॉक्टरों में भारी असंतोष और गुस्सा है।
उधर पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने डॉक्टरों के साथ हुई पुलिस बर्बरता और सरकार के रवैये पर नाराज़गी जताते हुए कहा है कि उनकी पार्टी पूरी तरह डॉक्टर्स के साथ है। बिलावल ने कहा कि ऐसे गंभीर वक्त में जब डॉक्टर्स को पूरी सुरक्षा और सहयोग देने की ज़रूरत है, सरकार उन्हें जेलों में ठूंस रही है।
Pakistan doctor dies amid strike threat over lack of protection https://t.co/xlAi5ufUPJ pic.twitter.com/R3zB5pGyUs
— Reuters (@Reuters) March 22, 2020
दूसरी तरफ अनाज और चीनी घोटाले में फंसी इमरान सरकार कोरोना को लेकर कम और अपनी सत्ता को लेकर ज्यादा चिंतित नजर आ रही है। प्रधानमंत्री इमरान खान शुरू से ही कोरोना को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और चीन के साथ हाथ मिलाने, अमेरिका, एडीबी, विश्व बैंक और तमाम मुल्कों से मदद मांगने में लगे हैं।
Extremely sad
In occupied Balochistan hundreds of Doctors arrested by Police who were simply demanding for PPE .Fellow Doctors are also not allowed to provide breakfast to presinor Doctors have put behind the bars.#ProtectDoctorsOfBalochistan @hyrbyair_marri https://t.co/DdIfWYSm3i
— SobdarBaloch (@SobdarBaloch_) April 7, 2020
उनकी चिंता है कैसे ज्याद से ज्यादा फंड पाकिस्तान के पास आए और कोरोना के नाम पर उन्हें दुनिया की सहानुभूति हासिल हो सके। लेकिन जब लगभग पूरी दुनिया इस संकट से तबाह है, ऐसे में पाकिस्तान के लिए अपना घर बचाना बेहद मुश्किल हो रहा है।
दूसरी तरफ पाकिस्तान में कोरोना के मामले 3600 के पार जा चुके हैं। पंजाब और सिंध सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके हैं जहां एक ही दिन में करीब 500 मामले सामने आए हैं। आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं और पाकिस्तान सरकार पिछले कई हफ्तों से तमाम देशों से मदद मांगने और फंड जमा करने में लगी है।
#Sindh Health Department has a total of 10 patients who have tested negative twice for COVID-19 and have recovered. All patients are residents of #Karachi. This brings the total number of recovered patients in Sindh to 51. #SindhHealth #Covid_19 #CoronaVirusPakistan
— Health and Population Welfare Department, Sindh (@SindhHealthDpt) March 31, 2020
इतना फंड और चीन समेत तमाम देशों से मदद मिलने के बावजूद पाकिस्तान के डॉक्टरों के लिए ज़रूरी पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) नहीं हैं। ऐसे में क्वेटा में यंग डॉक्टर्स एसोसिएशन ने इन जरूरी सुविधाओं की मांग को लेकर जब प्रदर्शन किया तो उनपर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की, लाठियां बरसाईं, बुरी तरह पीटा और गिरफ्तार कर लिया। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ यासिर खान के मुताबिक पुलिस की बर्बरता के खिलाफ डॉक्टर्स ने तय किया है कि वो अब ऐसे हालात में काम नहीं करेंगे। क्वेटा के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रज्जाक चीमा ने भी पुलिस कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि ऐसे वक्त में हम प्रदर्शन की इजाजत नहीं दे सकते और डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई है। (from AU website)