एंटी थेप्ट थाना खुला, संसाधनों का टोटा
मुजफ्फरनगर। जनपद में विद्युत चोरी पर लगाने के लिए एंटी थेप्ट थाना खोला गया है। विद्युत निगम से जुड़े बिजली चोरी, अपराध के मामले यहीं दर्ज किए जाएंगे। फिलहाल थाने में संसाधनों का अभाव है। शहर समेत देहात क्षेत्रों में बिजली चोरी के मामले हर माह करीब 100 तक सामने आते हैं। इन सभी मुकदमों को अलग-अलग थानों में दर्ज कराया जाता है। इससे मुकदमों की विवेचना में दिक्कतें आती है।
पुलिस विभाग अपने स्तर से जांच के लिए निजी अधिकारी नियुक्त नहीं कर पाता है। जिस कारण बिजली चोरी, बिजली अपराध से जूड़ों की विवेचना लंबी खिंचती है। बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए ऊर्जा निगम ने एंटी थेप्ट थाने खोले हैं। शहर में टाउन हाल बिजलीघर के सब स्टेशन यह थाना खोला गया है। पुलिस विभाग थाने के लिए पहली नियुक्ति उप निरीक्षक प्रदीप त्यागी को दी गई है। अब समस्त जिले के बिजली चोरी से जुड़े प्रकरण इसी थाने पर दर्ज किए जाएंगे।
थाने में संसाधन नहीं, कैसे काम हो-ऊर्जा निगम ने थाना तो खोल दिया है, लेकिन यहां अधिकारियों के लिए अभी संसाधन नहीं दिए गए हैं। थाने में कुर्सी, मेज के साथ मेन पॉवर तक कम है। एफआइआर दर्ज करने के लिए कंप्यूटर की जरुरत है। विभाग ने अभी यह सब मुहैया नहीं कराया है। एंटी थेप्ट थाने का कार्य पुलिस लाइन में किया जा रहा है। अभी तक यहां 24 एफआइआर दर्ज की जा चुकी है, जिनकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
बिजली चोरी से जुड़े सभी मामले अब एंटी थेप्ट थाने में दर्ज होंगे। टाउनहाल बिजलीघर के सब स्टेशन पर यह थाना खोला गया है। धीरे-धीरे संसाधन पूर्ण किए जाएंगे।
– ओपी मिश्रा, एक्सईएन, टाउनहाल बिजलीघर। थाने में संसाधनों का अभाव है। जिस कारण एफआइआर दर्ज करने का कार्य पुलिस लाइन से किया जा रहा है। दर्ज मामलों की जांच शुरू हो गई है।
– प्रदीप त्यागी, एसआई, एंटी थेप्ट थाना मुजफ्फरनगर।
(सांकेतिक फोटो इंडिसन एक्सप्रैस डाट कॉम से साभार)