क्या आप की डायलिसिस चल रही है?
पिछले कुछ सालो में किडनी के रोगी बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। कई बार सही जानकारी नहीं होने के कारण या देर से इलाज के कारण बहुत से रोगियों की मौत हो जाती है। मैंने एक छोटी सी कोशिश की है किडनी फेल होने के बारे में कुछ जानकारी देने कि ताकि समय पर रोगी को इलाज मिल सके और उसकी जिन्दगी को बचाया जा सके।
दोस्तों आपके दिमाग में एक ही प्रश्न उठ रहा होगा कि क्या होता है किडनी फेल होना?
हमारे शरीर में दो गुर्दे यानी किडनी होती हैं। जिनका मुख्य काम रक्त को छान कर विषैले पदार्थों को मूत्र (urine) के द्वारा शरीर से बाहर करना हैं। इसके अलावा किडनी के अन्य कार्य भी होते हैं जैसे ब्लड-प्रेशर को कंट्रोल करना, शरीर के इलेक्ट्रोलाइट (Electrolyte) को बैलेंस करना, रेड ब्लड सेल के प्रॉडक्शन को स्टिम्युलेट करना। जब किडनी विषैले पदार्थों को किसी कारण से बाहर निकालने में असमर्थ होती है तो उसे किडनी फेल होना कहते हैं। डॉ वेद प्रकाश के मतानुसार ये मुख्यत: 2 प्रकार होते हैं
ऐक्यूट रीनल फेलियर (Acute renal failure) जब अचानक से किडनी विषैले पदार्थों को निकालना बंद कर दे।
क्रोनिक रीनल फेलियर (Chronic renal failure) जब किडनी बहुत लम्बे समय से अपना कार्य ना कर पा रही हो।अब प्रश्न उठता है कि आखिर कारण क्या है किडनी फेल होने के पीछे
लक्षण
अक्सर कुछ लोगो की आँखों के नीचे सूजन आ जाती हैं, जो कि किडनी के कार्य में रुकावट आने का संकेत होता हैं। इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
· आँखों के नीचे सूजन आना
· हाथ-पैरों में और चेहरे पर सूजन आना
· थकान लगना
· सांस लेने में तकलीफ होना
· कमजोरी लगना
· भूख कम लगना
· वजन कम होना
· रात में बार-बार पेशाब आना
· पेशाब में खून आना
· पेशाब की मात्रा कम या ज्यादा होना
· रक्त की कमी होना (Anemia)
· नींद ठीक से ना होना
अब आप सोच में डूब गए कि इतना भयंकर होता है परंतु घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि होम्योपैथ में सब कुछ संभव है इसे सुधारा जा सकता है समय रहते होम्योपैथिक मेडिसिन होम्योपथी में किडनी रोग के लिए बहुत सारी मेडिसिन हैं, जो रोगी के शारीरिक और मानसिक लक्षण देख कर दी जाती हैं।
परंतु मैं यहां दो तरह का मिक्सर बनाकर के प्रयोग करने का आग्रह करूंगा आप एक बार इसका प्रयोग करें सफलता आपके कदम चूमेगी और भगवान की दया से आपके परिश्रम से आप बहुत जल्द स्वस्थ हो जाएंगे
1..ऐपिस-मेलिफिका (Apis-Mel) 200+प्लंबम-मेट (Plumbum-Met)_200
2. ऐपोसाइनम (Apocynum)_200+ हेलीबोरस(helleborus)_200
3..कैंथेरिस (Cantharis)Q + बरबेरिस-वल्गेरिस (Berb-Vulg)_Q + टेरीबिन्थ (Terebinth)_Q
उपरोक्त दवाई एक नंबर और दो नंबर दो-दो बूंद 3 बार (सुबह ,दोपहर और शाम) एक चम्मच पानी के साथ लें और तीन नंबर दवाई 20 बूंद तीन बार आधे का गुणगुने (हल्का गर्म)पानी के साथ आते हैं 1 सप्ताह के अंदर रिजल्ट मिलेंगे
डॉ वेदप्रकाश
नवादा (बिहार)
What’s app/calling- 8709871868