श्रीराम कालेज ऑफ लॉ की राष्ट्रीय सेमिनार :सोचना होगा जिम्मेदारी
मुजफ्फरनगर। सरकुलर रोड स्थित श्रीराम कालेज ऑफ लॉ के दूसरे दिन के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के पूर्व मुख्य न्यायाधीश केजी बालाकृष्णन ने कहा कि संविधान में अनेकों नियम कायदे बनाये गये है जिसका निर्माण हमने अपने देश की जनता के लिए किया है इसके अंतर्गत आम आदमी के मूल अधिकार देश में पंचवर्षीय योजनाएं अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा आदि चीजे इसमे शामिल की गयी है ताकि हमारे देश का लोकतंत्र कायम रह सके। उन्होंने युवा वकीलों से आह्वान करते हुए कहा कि जहां अपने प्रोफेशन के दौरान वे अपने मुवक्किलों की आवाज उठाते है उसके अलावा अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत वे प्रयास करे कि देश में किसी भी स्तर पर आम आदमी की आवाज दब न सके। उन्होंने आशा प्रकट की कि देश प्रगति की ओर है और हम सबका दायित्व है कि इस प्रगति में अपना योगदान दे। इससे पूर्व इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश विनोद प्रसाद ने कहा कि देश की भोगोलिक स्थिति भिन्न है इसलिए मुद्दे तो छाये ही रहेंगे। उन्होंने बताया कि जिन लोगों के माध्यम से हमे आजादी नसीब हुई है उनमे अधिकतर वकील ही थे। उन्होंने जरूरत महसूस करते हुए कहा कि आजादी के 70 साल बाद भी आज यदि कोई व्यक्ति फुटपाथ पर भूखा सोता हुआ मिलता है तो हमे सोचना होगा कि हमारी और सरकार की क्या जिम्मेदारी है। कार्यक्रम में केटीएस तुलसी, लेफ्टिनेंट जर्नल राज कादियान आदि ने भी अपने विचार प्रकट किये। इस अवसर पर लॉ विभाग के छात्र छात्राओं को मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान कराये गये। कार्यक्रम में नगर की प्रमुख हस्तियां मौजूद रही। वहीं पर सम्मान पाने वालो में वरिष्ठ समजासेवी पं. जयकुमार शर्मा का भी नाम भी उल्लेखनीय है। कार्यक्रम के आयोजन में डा. रविंद्र प्रताप िंसह, प्रशांत चौहान, मनोज धीमान, प्रेरणा मित्तल, र्नैनी गोपाल, श्रीमति पूनम, श्रीमती सोनिया, आंचल अग्रवाल आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा। कार्यक्रम के अंत मेंश्रीराम ग्रुप कालेज के चेयरमैन डा. एससी कुलश्रेष्ठ ने सभी का आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि जस्टिस बाला कृष्णन तीसरी बार मुजफ्फरनगर में इस विद्यालय में उपस्थित हुए है।
प्रथम दिवस सेमिनार में- सरकुलर रोड परिक्रमा मार्ग पर स्थित श्रीराम कालेज ऑफ लॉ ने दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित की जिसके प्रथम दिवस सेमिनार में सैयद रिजवी, राजेश टंडन, कर्नल वीएन थापर, संजीव मान, प्रवीन नागर जैसे शिक्षाविद और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित हुए। वहीं पर कार्यक्रम में बोलते हुए मेरठ विश्वविद्यालय के लॉ विभाग डीन राजेश गर्ग ने कहा कि संविधान हम लोगों के द्वारा बनाया गया है और इसका क्रियान्वयन भी हम ही लोगों को करना है ऐसे में अच्छे सुशासन के लिए मानवीय अधिकारों और इंसानों के मूलभूत अधिकारों को ध्यान में रखना हेगा तभी हमअच्छे समाज का निर्माण कर सकते है। हरियाणा से आई डा. दीपा ने गुड गर्वनेंस और पारदर्शिता का उल्लेख करते हुए बोलने और विचारों की स्वतंत्रता का पक्ष लिया और कहा कि नये वकीलों को अपडेट रहने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इंडियन पैनल कोड पुराना पड चुका है और वकीलों को हर रोज नया चैलेंज स्वीकार करना होगा। शहीद परिवार से आये कर्नल थापर ने कहा कि युवा देश का भविष्य है और हमारे योद्धा अभिनंदन ने विश्व में अपना लोहा मनवा लिया है उन्होंने कारगिल युद्ध के संस्मरण भी सुनाये। लॉ कालेज के प्रधानाचार्य एवं सेमिनार के आर्गनाइजिंग सैकेट्री डा. रविंद्र प्रताप ने इस अवसर पर सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि लॉ कालेज आम आदमी की जरूरत के लिए ऐसे समिनारों का आयोजन करता है जिसमें समाज के सभी लोगों की सहभागिता होती है। कार्यक्रम का संचालन संयोजक प्रशांत चौहान ने किया। कार्यक्रम में आयुषी वर्मा छात्रा ने अपने विचार प्रकट कर पेपर प्रजेन्ट किया। कार्यक्रम में शहर की सभी नामचीन हस्तियां मौजूद रही। कार्यक्रम के आयोजन में पूनम, सोनम, आंचल अग्रवाल अध्यापिकाओं का उल्लेखनीय योगदान रहा।