PFI को खाड़ी देशों से हो रही फंडिंग: पांच आरोपित गिरफ्तार
कट्टरवादी संगठन PFI को संयुक्त अरब अमीरात से हवाला के माध्यम से करोड़ों रुपये का फंड मुहैया कराया जा रहा था. खासकर बिहार, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में यह नेटवर्क काम कर रहा था.
फुलवारी शरीफ पीएफआइ केस की जांच के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने इसका भांडाफोड़ किया है. इस मामले में एनआइए ने छापेमारी कर कर्नाटक और केरल से पीएफआइ से जुड़े पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है. इनमें मो. सिनान, सरफराज नवाज, इकबाल और अब्दुल रफीक को कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ से जबकि आबिद केएम को केरल के कासरगोड़ से गिरफ्तार कर लिया गया है.
एनआइए की मानें तो पीएफआई मामले में शनिवार को केरल और कनार्टक के आठ ठिकानों पर छापेमारी की गई. इसमें कई डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री के साथ करोड़ों रुपये के लेन-देन का ब्योरा मिला है. इस पैसे का इस्तेमाल हिंसा के लिए हथियार और गोला-बारूद उपलब्ध कराने के लिए किया जा रहा था. एनआइए की जांच में सरफराज नवाज और मो. सिनन के बैंक खाते में हवाला के जरिए जमा राशि मिली है.
गिरफ्तार पांचों अभियुक्त पीएफआइ के सक्रिय सदस्य हैं. इनका काम देश के बाहर से फंड इकट्ठा कर उसे पीएफआइ के नेताओं और कैडर को उपलब्ध कराना था. एनआइए के सूत्रों की मानें तो जांच में पता चला कि इकबाल ने अपने साथियों के साथ दुबई और अबू धाबी में अवैध तरीके से रुपयों की उगाही की.
भारत में इसे मो. सिनन, सरफराज नवाज, अब्दुल रफीक और आबिद केएम को मुहैया कराया. सरफराज, सिनन और रफीक के अलग-अलग बैंक खातों में हवाला के जरिए जमा राशि पाई गई है. जल्द ही इन पांचों अभियुक्तों को पटना के एनआइए विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा.
एनआइए ने जुलाई में फुलवारीशरीफ में पीएफआइ के ठिकानों पर छापेमारी कर देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाए जाने की साजिश का पर्दाफाश किया था. इस केस से जुड़े सात लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. फुलवारी शरीफ में छापेमारी के बाद देश भर में पीएफआइ के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गई थी.