Muzaffarnagar News: गत रात्रि से चल रही आंधी- तूफान और बारिश के चलते जनजीवन अस्त व्यस्त
मुजफ्फरनगर/खतौली।(Muzaffarnagar News) एक तरफ जहां पश्चिमी यूपी में चुनावी मौसम जोर पकड़ रहा है तो वहीं अब आसमानी मौसम की भी आफत शुरू हो गई है,बात अगर मुजफ्फरनगर जिले की करें तो मुजफ्फरनगर में गत रात्रि से चल रही आंधी- तूफान और बारिश के चलते जहां कई स्थानों पर पेड़ गिर चुके हैं, तो वहीं फसलों को भी भारी नुकसान हो चला है तो वहीं आंधी – तूफान के कारण गिरे पेड़ो से विद्युत आपूर्ति भी बाधित हुई है
कई स्थानों पर पेड़ों के गिरने से रास्ते तक अवरुद्ध हो गए है , मुजफ्फरनगर में लगातार आंधी तूफान और बारिश से अगले २४ घंटे तक भी राहत मिलने के आसार लगते दिखाई नहीं दे रहे हैं, एकाएक आंधी तूफान और बारिश से जहां आम जनमानस पर इसका बुरा असर पड़ा है तो वही लोग बारिश के चलते अपने- अपने घरों में भी कैद होने को मजबूर हो गए हैं।
बता दें मौसम विभाग की पूर्व सूचना यहां उस वक्त सही साबित होती दिखाई दी जब मु० नगर जिले में गत रात्रि से लगातार तेज आंधी तूफान के साथ बारिश होती दिखाई दी। दिन निकलते ही जेसे लोगों की नींद टूटी तो पता चला की जिले भर में चली आंधी तूफान और बारिश से कई स्थानों पर भारी नुकसान हो गया ।
खतौली कसबे में जहां भैंसी गांव के निकट मुख्य राजमार्ग पर यूके लिप्टिस के विशालकाय पेड़ आंधी तूफान में गिरे पड़े रहे तो वहीं इन पेड़ों के गिर जाने से रात भर क्षेत्र की विधुत आपूर्ति भी बाधित रही । ग्रामीणों का कहना है की जिले में आई आंधी तूफान और बारिश से जहां बड़े बड़े पेड़ गिर गए तो वहीं इनके गिर जाने से कई विधुत पोल को भी भारी नुकसान हुआ है
जिस कारण ग्रामीण इलाकों में रात भर से बिजली पानी की समस्याएं उत्पन्न हो चली है । अभी सिर्फ पेड़ों को काटने वाले आये है लेकिन स्थानीय प्रशासनिक अधिकारीयों ने यहां आकर भी एक बार नही देखा है।
अल सुबह से हो रही बारिश तथा सर्द हवाओ से मौसम का मिजाज बिगड गया। बारिश के कारण बिजली-पानी गायब रहने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पडा। पानी की किल्लत के कारण एक और जहां महिलाओ को घरेलू कार्य निपटाने मे दिक्कत रही वहीं दूसरी और पानी ना आने से दुकानदार/नौकरी पेशा लोगों को नहाकर अपने काम पर जाने के लिए बिजली-पानी का इंतजार करना पडा। लोग अपने घर के आसपास गली मौहल्ले मे लगे नल से पानी भरते नजर आए।
कई घंटे बिजली गुल होने से इर्न्वटर भी जवाब दे गए। बारिश,तेज हवा एवं घने बादलो के अंधेरे के कारण दिन मे ही रात जैसा नजारा प्रतीत हुआ। सर्दी से इन्सान ही नही बल्कि पशु-पक्षी भी त्रस्त रहे। सर्दी से बचाव के लिए आवारा पशु जान बचाने के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। पिछले दो तीन दिन से हो रही सर्दी के कारण जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो रहा है।
सर्दी के कारण बाजारो से रौनक खत्म हो गई है। ग्राहक कम आने से दुकानदार हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। कुछ दुकानदार व दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी आग जलाकर हाथ तापने मे मश्गूल रहे।
अब जहां जनपद मे चुनाव तन्त पर है। वहीं सर्दी के सितम ने प्रत्याशियो की मुश्किल बढा दी है। नेताओं को जन सम्पर्क के लिए कार्यकर्ता जुटाने मुश्किल हो रहे हैं। क्योंकि सर्दी के वजह से हर किसी की यह हिम्मत नही हो रही है कि वो डोर टू डोर कन्वेसिंग कर सके। चुनाव की तिथि नजदीक आने के बावजूद मतदाताओं की खामोशी ने प्रत्याशियो की मुश्किल बढा दी है।
राजनीति के जानकारो के जानकारो का कहना है कि मतदान का सिर्फ एक हफ्ता रह गया है। परन्तु अभी तक चुनाव का रूख स्पष्ट नही हो पा रहा है।