जालौन भेड़ Muzaffarnagar में लाई गई , नस्ल सुधार के लिए उठाया कदम
Muzaffarnagar राजपुर छाजपुर और सरनावली पहुंची पशुपालन विभाग की टीम ने केंद्रों का निरीक्षण किया। जालौनी नस्ल की जानकारी भेड़ पालकों को दी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि सरकार की ओर से एक सेंटर पर एक लाख ७० हजार रुपये दिए जाते हैं, जिनमें से पशुपालक को केवल १७ हजार रुपये ही देने होते हैं।